Vishwa Hindi Sammelan All FAQs
विश्व
हिंदी सम्मेलन
विश्व हिंदी सम्मेलन क्या है?
विश्व हिंदी सम्मेलन हिंदी भाषा का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय
सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिंदी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा
विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ (Subject Expert) तथा हिंदी प्रेमी जुटते हैं और हिंदी भाषा के वैश्विक प्रचार-प्रसार एवं
संवर्धन हेतु मिलित प्रयास करते हैं।
विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्देश्य क्या है?
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी के प्रति जागरुकता पैदा करने, हिंदी की विकास यात्रा में अपनी भूमिका अदा करने, लेखक
व पाठक दोनों के स्तर पर हिंदी साहित्य के प्रति उत्तरदायित्वों
को और दृढ़ करने, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी के
प्रयोग को प्रोत्साहन देने तथा प्रवासी भारतीयों को हिंदी का सान्निध्य प्रदान
अरने के उद्देश्य से यह मनाया जाता है।
विश्व हिंदी सम्मेलनका प्रारंभ कब हुआ?
पहला विश्व हिंदी सम्मेलन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के सहयोग से 1975 में नागपुर में संपन्न हुआ। तत्कालीन
प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने विश्व हिंदी
सम्मेलन की सराहना की। उस समय से ही विश्व हिंदी
सम्मेलनों की शृंखला आरंभ हो गई। इस सम्मेलन में प्रसिद्ध समाजसेवी एवं स्वतंत्रता
सेनानी विनोबा भावे ने अपना विशेष संदेश
भेजा तथा मुख्य भूमिका निभाई थी।
विश्व हिंदी दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व हिंदी दिवस प्रति वर्ष 10 जनवरी
को मनाया जाता है। इसके पीछे यह कारण है कि प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी
1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था इसी लिए इस दिन को 'विश्व
हिंदी दिवस' के रूप में मनाया जाता है।
विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य
विश्व में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिंदी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। विदेशों
में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं। सभी
सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिंदी में व्याख्यान आयोजित किए जाते
हैं।
अभी तक हुए विश्व हिंदी सम्मेलन
वर्ष 2019 तक 11 विश्व हिंदी सम्मेलन देशों-विदेशों में आयोजित हो चुके हैं। 10 जनवरी
1975 को
पहला और 18 अगस्त 2018 को ग्यारहवाँ विश्व हिंदी सम्मेलन मनाया जा चुका है। इस लिहाज से यह 44
वर्षों से भारत सरकार के तत्त्वावधन में विश्व हिंदी सम्मेलन सक्रिय है।
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