विशेष द्रष्टव्य By Avinash Ranjan Gupta
विशेष द्रष्टव्य
नाटक एक ऐसी विधा है जो हमेशा वर्तमान काल में ही घटित होती
है। यहाँ तक कि नाटक की कहानी बेशक भूतकाल या भविष्यकाल से संबद्ध हो, तब भी उसे वर्तमान काल में ही घटित होना
पड़ता है।
ऐसा माना जाता है कि नुक्कड़ नाटक प्रतिरोध और जागरूकता का
सबसे सशक्त माध्यम है।
रंगमंच से जुड़े कुछ चित्र
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