Vitaan Class – XII Chapter -1 Silver Wedding – Manohar Shyam Joshi सिल्वर वैडिंग मनोहर श्याम जोशी महत्त्वपूर्ण तथ्य Important Facts By Avinash Ranjan Gupta


महत्त्वपूर्ण तथ्य

पाठ  सिल्वर वैडिंग के कुछ स्मरणीय बिंदु 
1.     पाठ सिल्वर वैडिंग’ के लेखक मनोहर श्याम जोशी हैं।
2.     सिल्वर वैडिंग पाठ के यशोधर पंत समय के साथ ढल सकने में असफल रहते हैं जिसके निम्नलिखित कारण हैं-
-        वे संस्कारी व्यक्ति थे।
-        उनके जीवन में किशनदा की सिखाई बातों का महत्त्व बना हुआ था।
-        नई परंपरा की वेश-भूषा उन्हें समहाउ इंप्रोपर लगता है।
-        गैस चूल्हा, टीवी, फ्रीज़, पार्टी आदि चीज़ों से ये समंजस्य स्थापित नहीं कर पाते हैं।     
3.     सिल्वर वैडिंग पाठ के यशोधर पंत की पत्नी समय के साथ ढल सकने में सफल रहती हैं जिसके निम्नलिखित कारण हैं-
-        यशोधर जी की पत्नी अपने अतीत से असंतुष्ट थीं।
-        पति और ससुराल के दबाव के कारण वह अपने शौक पूरे नहीं कर पाई थी।
-        बहू पर लादे जाने वाले नियम उसे दक़ियानूसी लगती थीं।
-        इसलिए वह आगे बढ़कर अपने बच्चों की जीवन शैली अपना लेती हैं।        
4.     यशोधर बाबू ने किशनदा से बहुत कुछ सीखा था और वह उन बातों का अनुकरण हमेशा करते थे जैसे-
-        चलने में, मुस्कराने में, शर्माने में, मकान बनाने में
-        हाथ मिलकर हँसना, प्रशंसा पाकर झेंपना, ऑफिस से लौटे समय कुछ चुटीली बात करके तनाव कम करना
-        रिटायर के बाद गाँव में बसना
-        होली में गाना गवाना, जन्यो पुन्यूं के समय लोगों को अपने घर बुलाना, रामलीला की तैयारी के लिए कमरा दे देना।
-        सुबह उठकर सैर करना
-        रिश्तेदारी को पूरी आत्मीयता से निभाना       
5.     यशोधर बाबू दो कालखंडों में जी रहे हैं क्योंकि एक और किशनदा की सिखाई बातें हैं और दूसरी और उनके आधुनिक बच्चे और पत्नी हैं।     



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