SAHITYA SUDHA +2 FIRST YEAR रामधारी सिंह ‘दिनकर’ – ईर्ष्या, तू न गई मेरे मन से (Ramdhari Singh ‘Dinkar’ – Iirshya Tu Na Gai Mere Man Se) BY AVINASH RANJAN GUPTA
पाठ का उद्देश्य
शब्दार्थ (Word Meaning)
लेखक परिचय
पाठ का सारांश
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
एक - एक वाक्य में उत्तर
दो - दो वाक्य में उत्तर
तीन - तीन वाक्य में उत्तर
उत्तर विस्तार से
परीक्षोपयोगी अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
पाठ के
स्मरणीय बिंदु
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