Shabdarth
आत्मत्राण
रवींद्रनाथ ठाकुर
अनुवाद : हजारीप्रसाद द्विवेदी
शब्दार्थ
1. विपदा — विपत्ति /मुसीबत
2. करुणामय — दूसरों पर दया करने वाला
3. दुःख ताप — कष्ट की पीड़ा
4. व्यथित — दुखी
5. सहायक — मददगार
6. पौरुष — पराक्रम
7. क्षय — नाश
8. त्राण — भय निवारण / बचाव / आश्रय
9. अनुदिन — प्रतिदिन
10. अनामय — रोग रहित / स्वस्थ
11. सांत्वना — ढाँढ़स बँधाना, तसल्ली देना
12. अनुनय — विनय
13. नत शिर — सिर झुकाकर
14. दुःख रात्रि — दुख से भरी रात
15. वंचना — धोखा देना / छलना
16. निखिल — संपूर्ण
17. संशय — संदेह
Comments
Post a Comment