Bhasha Karya
भाषा—अध्ययन
1
-नीचे दिए गए वाक्यों में उचित विराम—चिह्न लगाइए
-
(क) माँ ने पूछा बच्चों कहाँ जा रहे हो
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था
(ग) हाय राम यह क्या हो गया
(घ) रीना सुहेल कविता और शेखर खेल रहे थे
(ङ) सिपाही ने कहा ठहर तुझे अभी मजा चखाता हूँ
क) माँ ने पूछा, “बच्चों कहाँ जा रहे हो? ”
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा था।
(ग) हाय राम! यह क्या हो गया?
(घ) रीना, सुहेल, कविता और शेखर खेल रहे थे।
(ङ) सिपाही ने कहा, “ठहर तुझे अभी
मजा चखाता हूँ। ”
2
- नीचे दिए गए वाक्यों में रेखांकित
अंश पर ध्यान दीजिए -
ख मेरा एक भाई भी पुलिस में है।
ख यह तो अति सुंदर ‘डॉगी’
है।
ख कल ही मैंने बिलकुल इसी की तरह का एक कुत्ता उनके
आँगन में देखा था।
वाक्य के रेखांकित अंश ‘निपात’
कहलाते हैं जो वाक्य के मुख्य अर्थ पर बल देते हैं। वाक्य में इनसे पता
चलता है कि किस बात पर बल दिया जा रहा है और वाक्य क्या अर्थ दे रहा है। वाक्य में
जो अव्यय किसी
शब्द या पद के बाद लगकर उसके अर्थ में विशेष प्रकार का बल या
भाव उत्पन्न करने में सहायता करते हैं उन्हें निपात कहते हैं जैसे - ही, भी, तो, तक आदि।
ही, भी, तो,
तक आदि निपातों का प्रयोग करते हुए पाँच वाक्य बनाइए।
3
-पाठ में आए मुहावरों में से पाँच मुहावरे छाँटकर उनका वाक्य में प्रयोग
कीजिए।
4
-नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए -
(क) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- + भाव = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
-
(ख) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- + पसंद = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
-
(ग) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- + धारण = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
-
(घ) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- + उपस्थित = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
-
(ङ) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - - - + लायक =
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- -
(च) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- + विश्वास = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - - -
(छ) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- + परवाह = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - - -
(ज) - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- + कारण = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - - -
5
- नीचे दिए गए शब्दों में उचित
प्रत्यय लगाकर शब्द बनाइए -
मदद + - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - - -
बुद्धि + - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- = -
- - -
- - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
गंभीर + - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - - -
सभ्य + - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- = -
- - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
ठंड + - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - - -
प्रदर्शन + - -
- - - - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- = -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - -
- - - -
6
- नीचे दिए गए वाक्यों के रेखांकित
पदबंध का प्रकार बताइए -
(क) दुकानों में ऊँघते हुए चेहरे बाहर झाँके।
(ख) लाल बालोंवाला एक सिपाही चला आ रहा था।
(ग) यह ख्यूक्रिन हमेशा कोई न कोई शरारत करता रहता है।
(घ) एक कुत्ता तीन टाँगों के बल रेंगता चला आ रहा है।
7 -आपके
मोहल्ले में लावारिस / आवारा कुत्तों की संख्या बहुत ज़्यादा हो गई है जिससे आने—जाने वाले लोगों को असुविधा होती
है। अतः लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नगर निगम अधिकारी को एक पत्र लिखिए।
1.
(क) माँ ने पूछा, "बच्चों कहाँ जा रहे हो?"
(ख) घर के बाहर सारा सामान बिखरा पड़ा
था।
(ग) हाय राम! यह क्या हो गया?
(घ) रीना, सुहेल,
कविता और शेखर खेल रहे थे।
(ङ) सिपाही ने कहा, "ठहर, तुझे अभी मजा चखाता हूँ।"
2.
ही - भूकंप आते ही दीवार में दरार पड़ गई।
भी - आप कल भी सब्जियाँ दे दीजिएगा।
तो - तुमने तो संदेश नहीं दिया।
तक – रमेश ने मेरी तरफ़ देखा तक नहीं।
भी - वह खेल में भी अच्छा है।
3.
1. मज़ा चखाना - अपने दुश्मनों
को मज़ा चखाना हमें बखूबी आता है।
2. काट खाना - बीमारी के दिनों में रीना
सभी को काट खाने के लिए दौड़ती थी।
3. त्योरियाँ चढ़ाना - बच्चे की शरारत को
देखकर पिता की त्योरियाँ चढ़ने लगीं।
4. मत्थे मढ़ना - अपनी गलतियों को
मेरे मत्थे मढ़ने की चेष्टा मत करो।
5. फायदा उठाना - गाँववाले रामू की भलमनसाहत
का गलत फायदा उठाते हैं।
6. गाँठ बाँधना - माता-पिता की दी हुई
नसीहतों को गाँठ बाँधकर रखना चाहिए।
4.
(क) दुर् + भाव = दुर्भाव
(ख) ना + पसंद = नापसंद
(ग) निर् + धारण = निर्धारण
(घ) अन्+ उपस्थित = अनुपस्थित
(ङ) ना + लायक = नालायक
(च) अ + विश्वास = अविश्वास
(छ) ला + परवाह = लापरवाह
(ज) अ + कारण = अकारण
5.
मदद+गार = मददगार
बुद्धि+मान = बुद्धिमान
गंभीर+ता = गंभीरता
सभ्य+ता = सभ्यता
ठंड+अक = ठंडक
प्रदर्शन+ई = प्रदर्शनी
6.
(क) ऊँघते हुए चेहरे - संज्ञा पदबंध
(ख) लाल बालोंवाला - विशेषण पदबंध
(ग) कोई शरारत करता रहता है - क्रिया पदबंध
(घ) तीन टाँगों के बल - क्रिया विशेषण पदबंध
7.
सरला भवन
रामनगर
पुणे
दिनांक -22 अगस्त 2014
सेवा में,
नगर निगम अधिकारी
भुवनेश्वर नगर निगम
भुवनेश्वर
विषय : आवारा कुत्तों की समस्या हेतु पत्र।
महोदय
इस पत्र के द्वारा अपने इलाके में बढ़ रही आवारा कुत्तों
की संख्या की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ। हमारे इलाके में कई दिनों से न जाने
कहाँ से ये आवारा पशु घूम रहे हैं जिसके कारण आम नागरिकों को काफ़ी सारी परेशानियों
का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों तथा बुजर्गों का घर से निकलना दूभर हो रखा है। ये
पशु राहगीरों के पास से खाने-पीने की सामग्री प्राप्त करने के लिए उनके ऊपर भौंकने
लगते हैं और कभी-कभी तो झपट भी पड़ते हैं।
अत:आप से आशा करते हैं कि आप इन आवारा पशुओं को पकड़वाने
और हमें इस समस्या से निजात दिलवाने के लिए जल्द-से जल्द कोई कार्यवाही करेंगे।
धन्यवाद
भवदीय
रमेश
Comments
Post a Comment