Bhasha Karya

1.
1. सुगम - दुर्गम 
2. धर्म - अधर्म 
3. ईमान - बेईमान 
4. साधारण - असाधारण 
5. स्वार्थ - निःस्वार्थ 
6. दुरूपयोग - सदुपयोग 
7. नियंत्रित - अनियंत्रित 
8. स्वाधीनता - पराधीनता

2.
ला 
लाइलाज, लापता 
बिला 
बिलावजह, बिलानागा 
बे 
बेहद, बेकसूर 
बद 
बदनसीब, बदसूरत 
ना 
नासमझ, नादानी 
खुश 
खुशकिस्मत, खुशहाली 
हर 
हररोज, हरदम 
गैर 
गैरकानूनी, गैरहाजिर 

3.
नारी + त्व = नारीत्व
प्रभु + त्व = प्रभुत्व
महत् + त्व = महत्त्व
मनुष्य + त्व = मनुष्यत्व
बंधु + त्व = बंधुत्व

4.
पढ़े - लिखे 
लड़ाना - भिड़ाना 
दिन - भर 
सुख - दुःख 
मन - माना 
नित्य - प्रति 
पूजा - पाठ 
स्वार्थ - सिद्धि 
भली - भाँति 
देश - भर 

5.
1. चार बातें सुनकर गम खा जाते हैं फिर भी बदनाम हैं।
2. गाँव के इतिहास में यह घटना अभूतपूर्व न होने पर भी महत्वपूर्ण थी।
3. झूरी इन्हें फूल की छड़ी से भी न छूता था। उसकी टिटकार पर दोनों उड़ने लगते थे। यहाँ मार पड़ी।
4. कुत्ता भी बहुत गरीब जानवर हैं, लेकिन कभी-कभी उसे भी क्रोध आ जाता हैं, किन्तु गधे को कभी क्रोध करते नहीं सुना। 

5. उसके चेहरे पर एक स्थायी विषाद स्थायी रूप से छाया रहता हैं। सुख-दुःख, हानि-लाभ, किसी भी दशा में बदलते नहीं देखा। 

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